Under the Institutional Innovation (IIC) Council of Chaitanya Science and Arts College, Pamgarh, a one-day workshop on the subject of Intellectual Property Rights was organized on hybrid mode on 25 April 2022.Chief Guest Professor L.N. Satpati, Director, UGC HRDC, University of Calcutta, Guest of Honor, Prof. RT Bedre Prof & Director, UGC HRDC Dr. Hari Singh Gour Central University, Sagar, Special Guest Mr.Abhishek Ranjan Kumar, Innovation officer Innovation Cell, Ministry of Education special Guest Dr. Garima Tiwari, Assistant Professor, Department of Forestry, Guru Ghasidas Central University, Bilaspur, Dr. Priya Rao, Assistant Professor, Department of Law, Pt. Ravi Shankar Shukla University, Raipur. keynote speaker Dr. Pankaj Prabhakar Borkar Deputy Controller of Design Department Rajiv Gandhi National Institute of Intellectual Property, Nagpur
चैतन्य विज्ञान एवं कला महाविद्यालय पामगढ़ के रसायन विज्ञान विभाग द्वारा 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया। कार्यक्रम के प्रारंभ में रसायनशास्त्र के प्राध्यापक ऋषभ देव पाण्डेय ने कार्यक्रम का उद्देश्य और रूपरेखा से अवगत कराते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रदूषण नियंत्रण और भविष्य की पीढ़ियों के लिए पर्यावरण को संरक्षित करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इस दिवस को मनाए जाने की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से अवगत कराते हुए कहा कि 1984 के भोपाल गैस त्रासदी में अपनी जान गंवाने वालों की याद में राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है इस वर्ष इस दिवस की थीम स्वच्छ वायु, हरित धरती, स्थैतिक जीवन की ओर एक कदम है। उन्होंने पर्यावरण चुनौतियों से निपटने में वैज्ञानिक अनुसंधान और सामुदायिक भागीदारी के महत्व पर अपने विचार साझा करते हुए पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकियों के विकास में रसायनज्ञों की भूमिका पर जोर दिया और छात्रों को इस क्षेत्र में अभिनव अनुसंधान करने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पोस्टर प्रस्तुति प्रतियोगिता थी, जिसमें छात्रों ने प्रदूषण नियंत्रण उपायों के बारे में अपनी रचनात्मकता और समझ का प्रदर्शन किया। आकर्षक और सूचनात्मक पोस्टरों के माध्यम से पर्यावरण संबंधी मुद्दों के लिए नवीन विचारों और वैज्ञानिक समाधानों को प्रभावी ढंग से व्यक्त किया गया। प्रत्येक प्रस्तुति में छात्रों की पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पण और गहन चिंतन परिलक्षित हो रहा था। पोस्टर प्रस्तुति के अलावा, छात्रों ने वायु गुणवत्ता सुधार, अपशिष्ट प्रबंधन और संधारणीय प्रथाओं सहित प्रदूषण नियंत्रण से संबंधित विषयों पर मौलिक विचार प्रस्तुत किए। बी एससी प्रथम सेमेस्टर की संध्या खूंटे, भूमिका चौहान, अर्चना यादव, प्राची साहू ने पोस्टर प्रस्तुत किए तथा बी एससी द्वितीय की प्राची जांगड़े एवं रानी निर्मलकर ने विषय पर अपने विचार व्यक्त किए।
चैतन्य विज्ञान एवं कला महाविद्यालय पामगढ़ के कैरियर काउंसलिंग और प्लेसमेंट सेल ने जिला रोजगार और मार्गदर्शन केंद्र के सहयोग से मंगलवार को महाविद्यालय में ज्ञानवर्धक कैरिगर काउंसलिंग कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को भारतीय सशस्त्र बलों में कैरियर के अवसरों विशेष रूप से अग्निवीर योजना पर मूल्यवान मार्गदर्शन प्रदान करना था। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को मार्गदर्शन प्रदान के करने के लिए भारतीय वायु सेना के भोपाल स्थित एयरमैन सलेक्शन सेंटर से जूनियर वारंट ऑफिसर एम.एस. लुफो और सार्जेंट जितेंद्र प्रसाद एवं जिला रोजगार एवं मार्गदर्शन केंद्र जांजगीर की श्रीमती मनीषा ठाकुर उपस्थिति रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सार्जेंट जितेंद्र प्रसाद ने अग्निवीर योजना पर एक व्यापक प्रस्तुति दी, जिसमें इसके लाभों, पात्रता मानदंड, चयन प्रक्रिया और कैरियर की संभावनाओं के बारे विस्तार से समझाया। उन्होंने युवा उम्मीदवारों को राष्ट्र की सेवा करने के लिए इस योजना द्वारा प्रदान किए जाने वाले अनूते अवसर पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में उपस्थित संस्था के प्राचार्य के डॉ वी के गुप्ता ने छात्रों को सशस्त्र बलों के माध्यम से राष्ट्र की सेवा करने पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कार्यक्रम के आयोजकों तथा अतिथि वक्ताओं का आभार व्यक्त किया। वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक विवेक जोगलेकर ने भी अपने विचार साझा किए, उन्होंने ऐसे प्रतिष्ठित क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए अनुशासन, समर्पण और दृढ़ता के महत्व पर जोर दिया। इस अवसर पर प्रश्नोत्तर सत्र हुआ, जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। जिसमें सशस्त्र बलों में प्रशिक्षण, जीवनशैली, नौकरी की सुरक्षा और करियर विकास से संबंधित प्रश्नों को वक्ताओं द्वारा प्रभावी ढंग से विद्यार्थियों की जिज्ञासा को शांत किया गया। छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए. प्रश्नोत्तरी सत्र दौरान सही उत्तर देने वालों को उपहार गिफ्ट हैम्मर्स दिए गए। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम के समन्वयक ऋषभ देव पाण्डेय ने धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कैरियर परामर्श और प्लेसमेंट सेल, जिला रोजगार और मार्गदर्शन केंद्र और अतिथि वक्ताओं का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में कंप्यूटर विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक मनधनेश्वर सूर्या एवं प्रयोगशाला तकनीशियन सरोजमणि बंजारे ने तकनीकी सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थिगण उपस्थित रहे।
चैतन्य साइंस एंड आर्ट्स कॉलेज, पामगढ़ में भारतीय ज्ञान परंपरा (Indian Knowledge Systems IKS) के अंतर्गत संगीत विषय पर केंद्रित एकदिवसीय कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय शास्त्रीय संगीत की सांस्कृतिक और कलात्मक धरोहर को समझना और आधुनिक समय में इसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डालना था। कार्यक्रम में प्रसिद्ध कलाकार पं. पृथ्वीराज कुमार और स्मृति सोम्बाला कुमार ने अतिथि व्याख्यान दिए। पं. कुमार ने भारतीय शास्त्रीय संगीत के विकास, आध्यात्मिकता से इसके गहरे संबंध और आज के समय में इसकी भूमिका पर एक विस्तृत व्याख्यान दिया। वहीं, श्रीमती सोम्बाला कुमार ने शास्त्रीय रागों की प्रस्तुति के माध्यम से भारतीय संगीत परंपरा की गहराई और समृद्धि को प्रदर्शित किया, जिससे श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के संचालक वीरेंद्र तिवारी, प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार गुप्ता, विवेक जोगलेकर (क्दअउ समन्वयक), प्रीति भारद्वाज (कडर समन्वयक) और कार्यक्रम समन्वयक श्रीमती शुभदा जोगलेकर (सहायक प्राध्यापक, प्राणीशास्त्र विभाग) द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
चैतन्य विज्ञान एवं कला महाविद्यालय पामगढ़ के रसायन विज्ञान विभाग द्वारा कार्बनिक रसायनविज्ञान के प्रायोगिक कार्य में प्रक्रिया और तकनीक विषय पर विशेष अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। जहां शासकीय ई राघवेंद्र राव विज्ञान स्नातकोत्तर महाविद्यालय के रसायनशास्त्र विभाग के भूतपूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एएलएस चंदेल ने विषय पर व्याख्यान दिया। व्याख्यान का उद्देश्य छात्रों को कार्बनिक रसायन विज्ञान में व्यावहारिक पद्धतियों, प्रयोगात्मक परिशुद्धता और सुरक्षा प्रोटोकॉल की गहरी समझ प्रदान करना था। प्रोफेसर चंदेल ने आसवन, क्रिस्टलीकरण, निष्कर्षण, क्रोमैटोग्राफी और स्पेक्ट्रोस्कोपी जैसी आवश्यक तकनीकों पर विस्तार से समझाते हुए कार्बनिक मिश्रण के पृथककरण की प्रकिया को बारीकियों से अवगत कराया। साथ ही वर्तमान परिदृश्य में इनके अनुप्रयोगों पर प्रकाश डाला। इंटरैक्टिव सत्र के दौरान, प्रोफेसर चंदेल ने प्रयोगात्मक कार्य में सटीकता बनाए रखने के महत्व पर भी चर्चा की और प्रयोगशाला अभ्यासों के दौरान सामने आने वाली आम समस्याओं के निवारण के सम्बन्ध में मार्गदर्शन किया। इस दौरान प्रोफेसर चंदेल द्वारा महाविद्यालय की प्रयोगशाला में प्रायोगिक तौर कुछ विशेष प्रक्रियाओं व तकनीकों से अवगत कराया गया। इस अवसर कर छात्रों को कार्बनिक रसायन विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर प्रश्न पूछने और स्पष्टता प्राप्त करने का अवसर मिला, जिससे उनके वैचारिक और व्यावहारिक ज्ञान में वृद्धि हुई। महाविद्यालय के रसायनशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक ऋषभ देव पांडेय ने ज्ञानवर्धक व्याख्यान के लिए प्रोफेसर चंदेल का आभार व्यक्त करते हुए कहा इस सत्र ने न केवल कार्बनिक रसायन विज्ञान के प्रायोगिक आधार को मजबूत किया है, बल्कि छात्रों में दक्षता के साथ प्रयोगशाला प्रयोग करने का आत्मविश्वास भी जगाया है। विभाग की सहायक प्राध्यापक भावना पाण्डेय ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया। इस विशेष व्याख्यान सत्र में स्नातकोत्तर रसायनशास्त्र के विद्यार्थियों सहित बड़ी संख्या में स्नातक विज्ञान के विद्यार्थिगण उपस्थित रहे।